
देवरा मूवी रिव्यू: क्या यह फिल्म उम्मीदों पर खरी उतरी?
आज हम बात करेंगे बहुप्रतीक्षित फिल्म देवरा के पहले पार्ट की, जिसे मैंने मुंबई के थिएटर में देखा। सुबह के 8:30 बजे का शो होने के बावजूद थिएटर लगभग हाउसफुल था। यह साफ दिखाता है कि लोग इस फिल्म से काफी उम्मीदें लेकर आए थे। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह फिल्म उन उम्मीदों पर खरी उतरी या नहीं? आइए विस्तार से इस बारे में चर्चा करते हैं।
फिल्म का प्रमोशन और स्टोरीलाइन
जब देवरा का टीज़र और ट्रेलर रिलीज़ हुआ था, तो मैंने इसे ज्यादा जज नहीं किया क्योंकि मैं अक्सर फिल्मों को उनके प्रमोशनल मटीरियल से नहीं आंकता। कई बार फिल्में उम्मीद से बेहतर निकलती हैं। लेकिन जैसे ही मैंने फिल्म देखनी शुरू की, स्टोरीलाइन समझते ही मुझे थोड़ा कंफ्यूजन होने लगा। स्टोरी नई और फ्रेश जरूर थी, लेकिन इसके प्रेजेंटेशन में काफी कमी थी।
एक्शन और सिनेमैटोग्राफी की कमियां
फिल्म में एक्शन सीक्वेंसेस को बड़े पैमाने पर दिखाया गया है, लेकिन यह बड़े पर्दे पर उतनी प्रभावशाली नहीं लगतीं। खासतौर पर समुद्र में होने वाले एक्शन सीन में वह ताकत नहीं दिखी, जो इसे खास बना सके। बड़े स्क्रीन पर मूवी देखने का मेन सेंस कहीं खो सा जाता है। कई एक्शन सीक्वेंसेस बेहद अनरियलिस्टिक लगे, जिससे दर्शकों को निराशा हो सकती है।
मसाला पैटर्न और इमोशनल कनेक्शन
देवरा एक मसाला फिल्म है, जिसमें बाप-बेटे की भावनाएं, दोस्ती, दुश्मनी, फैमिली ड्रामा, और प्यार जैसे तमाम एलिमेंट्स शामिल हैं। फिल्म में जान्हवी कपूर का रोल बस ग्लैमर तक सीमित है, और वह सिर्फ अपने ग्लैमरस अंदाज से स्क्रीन पर दिखाई देती हैं। हालाँकि, उनके गाने ने दर्शकों को थोड़ा मनोरंजन जरूर दिया।
सैफ अली खान का शानदार प्रदर्शन
फिल्म में सैफ अली खान का नेगेटिव किरदार सबसे ज्यादा प्रभावशाली रहा। उनके नेगेटिव शेड में उन्होंने बेहतरीन एक्टिंग की है। हालांकि, किरदारों के बीच इमोशनल कनेक्शन की कमी रही, जिससे दर्शक पूरी तरह से जुड़ नहीं पाए। यह भी एक कारण है कि फिल्म का फर्स्ट हाफ लगभग पूरा बिल्डअप में ही निकल जाता है और फिल्म बहुत लंबी लगती है।
म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर
अनिरुद्ध का म्यूजिक फिल्म के लिए एक बड़ी प्लस पॉइंट है। उनका म्यूजिक फिल्म के थीम के साथ पूरी तरह मेल खाता है और इसमें कोई खामी नजर नहीं आती। यह फिल्म के इमोशनल और एक्शन सीन्स को सपोर्ट करता है, जिससे फिल्म थोड़ी बेहतर हो जाती है।
क्लिफहैंगर और फिल्म का दूसरा पार्ट
फिल्म के अंत में एक ट्विस्ट है, जो देवरा और उनके बेटे के संबंध में है। एक आदमी जो आग में खड़ा दिखाया जाता है, वह ट्विस्ट काफी हद तक काम करता है। यह दर्शकों के लिए सरप्राइज फैक्टर हो सकता है और दर्शक अगले पार्ट के लिए उत्सुक हो सकते हैं।
फिल्म का ओवरऑल निष्कर्ष
अगर ओवरऑल बात की जाए, तो देवरा एक औसत फिल्म है। यह फिल्म हर किसी की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती, लेकिन कुछ लोग इसकी स्टोरीलाइन और म्यूजिक की सराहना कर सकते हैं। हालांकि, फिल्म के ट्रेलर में ही ज्यादातर महत्वपूर्ण सीन दिखा दिए गए हैं, जिससे थिएटर में जाकर देखने का एक्साइटमेंट कम हो जाता है।
क्या आप यह फिल्म थिएटर में देखें?
अगर आप फैमिली के साथ मूवी देखने का प्लान बना रहे हैं, तो देवरा एक फैमिली फ्रेंडली फिल्म है जिसे आप बिना किसी चिंता के देख सकते हैं। हालांकि, अगर आपकी उम्मीदें बहुत ज्यादा हैं, तो यह फिल्म आपको निराश कर सकती है। मेरी तरफ से इस फिल्म को 5 में से 2.5 स्टार्स दिए जा सकते हैं।
निष्कर्ष
देवरा एक एंटरटेनिंग लेकिन औसत फिल्म है, जिसमें कुछ अच्छे म्यूजिक और एक ट्विस्ट के अलावा कुछ खास नहीं है। अगर आपने यह फिल्म देखी है, तो हमें बताइए कि आपको कैसी लगी। बाकी, अगले पार्ट का इंतजार करते हैं और मिलते हैं अगले रिव्यू में।